राजधानी खबर/रायसेन केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड सीबीएसई से मान्यता प्राप्त स्कूलों में इसी सत्र से हैप्पीनेस क्लास शुरू की जाएगी। इसके लिए बोर्ड की ओर से टीचर्स को ट्रेनिंग दी जा रही है। वहीं बच्चों के मन से भी स्कू ल का डर दूर होगा। यह पढ़ाई में कमजोर बच्चों के लिए काफी फायदेमंद साबित होगी। खासतौर से ऐसे बच्चे जिनकी पर फॉर्मेंस क्लास रूम में औसत रहती है और वे क्लास में पीछे की तरफ बैठते हैं। उन बच्चों को क्लास रूम में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा दरअसल यह कांसेप्ट सुबह के समय स्कू ल में बच्चों के आने से लेकर दोपहर में घर जाने तक के लिए लागू होगा। इससे वे स्कू ल के नाम से डरेंगे नहीं और खुशी-खुशी रोजाना स्कू ल आएंगे हैप्पीनेस की ये क्लास नर्सरी से लेकर प्राइमरी सेक्शन की कक्षाओं के बच्चों के लिए रहेगी। कान्वेंट स्कूल की प्राइमरी क्लास प्रभारी सिस्टर दिव्या ने बताया कि इसके लिए टीचर्स बच्चों के लिए अलग-अलग एक्टिविटी करवाएंगे। इससे बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ाने और खुश रहने के साथ भावनात्मक रूप से मजबूत बनने की कला सिखाई जाएगी। एक्टिविटी पर ये क्लास पूरी तरह से है एक्टिविटी पर आधारित होगी। इसका कोई एग्जाम नहीं होगा। ये क्लास विद्यार्थियों की पर्सनेलिटी निखार लाने और उनके दिमाग को खोलने के लिए शुरू की जाएगी। जिससे बच्चों की पर्सनेलिटी का विकास कर उन्हें अपराधों के बारे में जागरूक करना है। डीईओ खरे ने बताया कि इन कक्षाओं का प्रमुख उद्देश्य है बच्चे स्कूलों में सरक्षित व खश रहें । इसके लिए हैप्पीनेस कक्षाओं को सभी सीबीएसई स्कूलों में प्राथमिकता से लागू किया जाएगा। हेक्टेयर सिंचाई सीबीएसई बोर्ड के मुताबिक देश के स्कूलों में लगातार सेक्सुअल वॉयलेंस, फिजिकल वायलेंस जैसी खबरें आती रहती हैं। ऐसे में बच्चों को हैप्पीनेस सिखाने की आवश्यकता महसूस की गई। बच्चे स्कूलों में सुरक्षित और खुश रहें इसके लिए यह प्रोग्राम शुरू किया जा रहा है। स्कूलों में हैप्पीनेस का पीरियड लगेगा तो कई स्कूलों में दिनभर फन एक्टिविटीज का आयोजन किया जाएगा। सिंचाई क्षमता
बच्चों को खुश रखने शुरू होगी हैप्पीनेस क्लास